दिल्ली : धार्मिक घृणा का पुलिसकर्मी पर चढ़ा रंग, नामजियों को मारी लात
सोशल मीडिया पर आज धार्मिक घृणा का एक अमानवीय रंग देखने को मिला। कई हैंडलों से शेयर इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि सड़क पर मुस्लिम समाज के लोग जुमे की नमाज अदा कर रहे हैं और पीछे से एक पुलिसकर्मी आता है और लात मारकर नमाजियों को उठाने लगता है।
हिंदुस्तान जिस साझी विरासत और भाईचारे की बात करता रहा है उसकी एक पुलिसकर्मी सारे राह धज्जियां उड़ा देता है। अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में यह भी दिख रहा है कि पुलिसकर्मी की इस हरकत पर आस-पास के लोग आक्रोशित हो जाते हैं और पुलिसकर्मी को पकड़ लेते हैं।
यह वाक्या दिल्ली के इंद्रलोक का है। दिल्ली में केंद्र सरकार की पुलिस है जो केंद्रीय गृहमंत्री की अधीनस्थ होती है। यह वीडियो मीडिया के आने के बाद जहां राजनीतिक स्तर पर बड़ी चर्चा हो रही है वही घटना स्थल पर भी लोगों ने पुलिसकर्मी को घेरकर काफी देर तक हंगामा किया। मामले के संज्ञान में आने के बाद डी एस पी दिल्ली नार्थ द्वारा उक्त पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है।
पुलिसकर्मी की इस अभद्रता को लेकर कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ ने कहा है कि, ‘यह घटना कैमरे के सामने क़ैद हो गयी इसलिए मुद्दा बन गया। दिल्ली पुलिस का मुस्लिम विरोधी रवैय्या चार साल पहले ही सामने आ गया था जब उसने आर एस एस के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मुसलमानों के खिलाफ़ हिंसा की थी। ऐसी घटनाओं के वाइराल होने के बावजूद न्यायपालिका की तरफ से स्वतः संज्ञान न लिया जाना ज़्यादा खतरनाक है। भाजपा ने पुलिस के एक बड़े हिस्से का सांप्रदायिक कर दिया है। गृह मंत्रालय को इस पुलिस अधिकारी के खिलाफ़ तुरंत कार्यवाई कर बर्खास्त करना चाहिए। ऐसे लोग मानसिक तौर पर पुलिस सेवा में रहने लायक नहीं होते।‘
वहीं कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष, इमरान प्रतापगढ़ी ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि, नमाज़़ पढ़ते हुए व्यक्ति को लात मारता हुआ ये दिल्ली पुलिस का जवान शायद इंसानियत के बुनियादी उसूल नहीं समझता, ये कौन सी नफ़रत है जो इस जवान के दिल में भरी है, दिल्ली पुलिस से अनुरोध है कि इस जवान के खिलाफ़ उचित धाराओं में मुक़दमा दर्ज करिये और इसकी सेवा समाप्त करिए।’
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