बिहार में तेज हुआ छात्र आंदोलन, खान सर को नहीं लिया गया हिरासत में
उत्तर प्रदेश के बाद अब बिहार में भी नर्मलाइजेशन को लेकर छात्र सड़क पर उतार चुके हैं। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं संयुक्त प्राथमिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन को लेकर छात्र विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को बिहार के बहुचर्चित शिक्षक खान सर का समर्थन मिला है और इस समर्थन से छात्रों का उत्साह बढ़ गया है।
खां सर बिहार के छात्रों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी राजनीति पार्टी के साथ नहीं खड़े हैं बल्कि जो पार्टी छात्रों के हित में काम करेगी उसका समर्थन करेंगे। शुक्रवार को खबर सामने आई थी कि बीपीएससी कार्यालय के बाहर छात्रों के साथ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे खान सर को पुलिस ने हिरासत में लिया है। हालांकि, डीएसपी अनु कुमारी ने कहा है कि कोचिंग संचालक खान सर स्वयं गर्दनीबाग थाने आकर वहां उपस्थित मजिस्ट्रेट से मिले और छात्रों को समझने की बात कही।
डीएसपी अनु कुमारी ने शनिवार को कहा कि आज सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर खान ग्लोबल स्टडीज नाम के एक हैंडल से एक तथ्यहीन, भ्रामक और भड़काऊ पोस्ट किया गया है। इसमें खान सर की रिहाई की मांग की जा रही है। डीएसपी ने कहा कि पटना पुलिस ने खान सर को गिरफ्तार नहीं किया है। पोस्ट में कही गईं बातें तथ्यहीन और भड़काऊ हैं। शुक्रवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा था।
डीएसपी का कहना है कि कोचिंग संचालक खान सर स्वयं गर्दनीबाग थाना आकर वहां उपस्थित मजिस्ट्रेट से मिले और छात्रों के मुद्दे पर अपनी बात रखी। इसके बाद उन्होंने आग्रह किया कि उन्हें उनकी गाड़ी तक सुरक्षित छोड़ दिया जाए, बाद में उन्हें पुलिस वाहन से अटल पथ के पास सुरक्षित उनकी गाड़ी के पास छोड़ दिया गया। पटना पुलिस उनकी गिरफ्तारी की खबरों का खंडन करती है।
डीएसपी ने आगे कहा कि सोशल मिडिया पर अभ्यर्थियों को भड़काने के लिए भड़काऊ, तथ्यहीन एवं हिंसा की स्थिति उत्पन्न करने वाले सोशल मिडिया हैंडलर्स के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल उत्तर प्रदेश के छात्र इस मांले में प्रदेश सरकार को घुटने पर ला चुके हैं अब बिहार में जिस तरह से छात्र लामबंद हुए है उससे तय है कि यह आंदोलन छात्रों की जीत के बिना नहीं रुकेगा।
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