हरियाणा में बेरोजगार युवाओं ने निकाली बारात, भाजपा को याद दिलाया वायदा
देश में चुनाव और मौसम दोनों का तापमान खूब बढ़ा हुआ है। चिलचिलाती धूप में प्रचार करना नेताओं को भारी पड़ रहा है खासतौर पर पिछले पाँच या दस साल से जो नेता पदों पर काबिज हैं उन्हें यह गर्मी अशनीय लग रही है। उससे भी ज्यादा असहनीय हो रहा है जनता को यह जवाब देना कि अब तक उन्होंने या उनकी सरकार ने किया क्या है? पूर्व में किए गए वादे जनता याद करा रही है और जवाब भी मांग रही है। एक तरफ गर्मी से पसीना टपक रहा है तो दूसरी ओर जनता को जवाब देने में भी नेताओं के पसीने छोत रहे हैं।
इस माहौल के बीच हरियाणा के युवाओं ने बेरोजगारों की बारात निकालकर सत्ता की उम्मीद का जनाजा निकालने का काम कर दिया ऐसी ही एक बेरोजगारों की बारात सीएम सिटी करनाल में निकाली गई। ग्रुप-सी में ज्वाइनिंग को लेकर ढोल की थाप पर नाचते युवा इस बारात में शामिल हुए। बारात शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी। युवाओं ने ‘दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है’ गाने पर शहर की सड़कों पर जमकर डांस किया और बीजेपी सरकार को नौकरियां देने का वादे याद दिलाए। हरियाणा ने पिछले 5 साल में बेरोजगारी के मामले में अनूठा रिकार्ड बना लिया है। हरियाणा में बेरोजगारी दर 37 फीसदी पहुँच गई है।
जब नेता अपनी पीठ पर चुनाव का बोझ लेकर चलता है तब वह चाहता है कि काश यह जनता उसकी आगवानी में बिछी रहे पर भाजपा के नेताओं को हरियाणा में युवाओं के सवाल का सामना इस तरह करना पड़ रहा है कि चुनावी बोझ से डगमगाया हुआ उनका पैर युवाओं के अवरोध से पीठ को भी दुहरा हो जाने पर मजबूर किए हुये है। हरियाणा में रोजगार राज्य का सबसे बड़ा सवाल बन गया है। इतना ही नहीं हरियाणा कौशल रोजगार निगम बनाकर ठेके पर नौकरी देने का जो काम राज्य सरकार ने किया है वह युवाओं के लिए सत्ता का उनसे किया हुआ मज़ाक बन गया है।
बेरोजगारी से परेशान युवाओं ने करनाल में बेरोजगारों की बारात निकाल कर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। दूसरा समय होता तो सरकार लाठी डंडे के दम पर इस बारात की बैंड बाजा देती पर चुनाव होने की वजह से सरकार इस बारात पर पर्दा डालने में लगी हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर करनाल से ही विधायक थे, जो अब यहीं से बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी हैं। वहीं, वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल से विधानसभा का उप-चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा के दोनों कद्दावर नेता युवाओं के सामने आने में कतरा रहे हैं। इस बार के चुनाव में मोदी मैजिक भी काम नहीं आ रहा है। ऐसे में नेताओं से जवाब देते नहीं बन रहा है। अब तक धर्म और धार्मिक विभाजन के बल पर जीत का जश्न मनाते रहे भाजपा नेता युवाओं के इस नए सुर से पस्त होते दिख रहे हैं।
यह बारात करनाल के पुराने बस स्टैंड शुरू होकर पुरे शहर से होती हुई डीसी ऑफिस पहुंची, जहां बेरोजगारों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। युवाओं ने सरकार पर गुमराह करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि युवा कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) के पेपर क्लियर कर चुके हैं, उसके बाद भी भर्तियां नहीं हो पाई हैं। बेरोजगार युवा सड़कों पर भटक रहे हैं। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि प्रदेश में कोई भी भर्ती पूरी नहीं हो रही है। टीजीटी से लेकर सीईटी तक सभी भर्तियों पर कोर्ट केस चल रहे हैं। आज यह सारे बेरोजगार बीजेपी सरकार को अपना वादा याद दिलाने के लिए आए हैं।
युवाओं का कहना है कि पूर्व सीएम खट्टर ने कहा था की 50 हजार भर्तियां की जाएंगी और ग्रुप डी से पहले ग्रुप सी की भर्ती होगी। रांडा (अविवाहित) पेंशन शुरू करना अच्छी बात है, लेकिन सभी युवा तो रांडे नहीं रह सकते। न सारे रांडे मुख्यमंत्री या गृहमंत्री बन सकते हैं। हरियाणा सरकार ने 45 साल की उम्र पूरे कर चुके अविवाहित (रांडे) पुरुष और महिलाओं के लिए पेंशन की सुविधा आरंभ की है। ऐसा करने वाला हरियाणा देश में अकेला राज्य है। यह प्रदेश में बेरोजगारी की समस्या की तस्दीक है। बेरोजगारी के चलते शादी न होने पर सामाजिक अपमान सह रहे युवाओं के लिए सरकार की तरफ से इसे सांत्वना की तरह देखा जा रहा है।
आप नेता नवीन जयहिंद ने कहा कि पिहले 6 साल से कोई भी भर्ती पूरी नहीं हुई है। छोरे-छोरियों की शादी की उम्र निकल रही है। इनके बूढ़े मां-बाप परेशान हैं इनकी शादी और नौकरी को लेकर। करनाल में आज प्रदेश के हर जिले से हजारों पढ़े-लिखे युवा आए हैं। कोई टीजीटी, कोई सीईटी ग्रुप 56-57, कोई ग्रुप डी, फायर ऑपरेटर, कोई सामाजिक-आर्थिक आधार के अंक तो कोई हरियाणा पुलिस की भर्ती की समस्या को लेकर आया हुआ है। कोर्ट में तारीखों पर जाने का समय आता है तो एजी साहब बीमार हो जाते हैं। सरकार को चेतावनी भी दी कि यदि उसकी नीयत सही नहीं लगी तो इन बेरोजगारों के साथ मिलकर सरकार से हर मोर्चे पर जंग को तैयार हैं।
बारात में शामिल बेरोजगार युवाओं का कहना है कि मुख्यमंत्री ने वायदा किया था और अब हम इस बारात के माध्यम से उन्हें उनका वायदा याद दिला रहे हैं। इसलिए उनको याद दिलाने के लिए युवा करनाल में बारात लेकर आए हैं।
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