नरेंद्र मोदी सामाजिक तनाव पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं – शरद पवार
लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ना सिर्फ जादू खत्म होता दिख रहा है बल्कि वह अब विपक्ष के सामने रानीतिक रूप से कमजोर भी दिखने लगे हैं। शायद यही वजह है कि प्रधानमंत्री एनडीए को एक बार फिर से सत्ता की दहलीज तक पहुंचाने के लिए भ्रम और झूठ का सहारा ले रहे हैं।
फिलहाल पिछले 10 वर्ष के राजनीतिक जीवन में नरेंद्र मोदी का ग्राफ पहली बार इतना नीचे दिख रहा है। दक्षिण भारत की राजनीति में चुनाव के पहले दो चरण के बाद भाजपा के चुनावी धावक हाँफते दिख रहे हैं। इतना ही विपक्ष के नेता जो इस चुनाव के पूर्व तक नरेंद्र मोदी के सामने कमतर नजर आते थे वह अब खुलकर न सिर्फ उनका मुक़ाबला कर रहे हैं बल्कि नरेंद्र मोदी को बार- बार सफाई देने को मजबूर भी कर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी पर सबसे पहला सबसे बड़ा और प्रभावी हमला राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने किया था। उस हमले के खिलाफ नरेंद्र मोदी और भाजपा को ‘मैं मोदी का परिवार’ कैम्पेन भी चलाना पड़ा था। इसके बाद से प्रधानमंत्री लगातार विपक्ष के निशाने पर बने हुये हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इलेक्टोरल बॉन्ड के खुलासे और अब कोवीशील्ड का प्रकरण सामने आने के बाद प्रधानमंत्री पूरी तरह से अपना जादू खो चुके हैं। दक्षिणी पट्टी के साथ हिन्दी पट्टी में भी राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव ने भाजपा के खिलाफ चक्रव्यूह रच कर परेशानी में डाल रखा है। अब महाराष्ट्र में भी उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने भी प्रधानमंत्री मोदी को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना की और कहा है कि उनके भाषणों में तथ्यों और हकीकत का अभाव है। पवार ने प्रेस से बातचीत में यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी लोगों से जुड़े मुद्दों पर बात नहीं करते बल्कि उनका ध्यान भटकाते हैं।
शरद पवार ने कहा, ‘‘मैंने पहले कभी ऐसा प्रधानमंत्री नहीं देखा जिसके भाषण तथ्यों और वास्तविकता पर आधारित न हों। वह मुझ पर और उद्धव ठाकरे पर निशाना साध कर संतुष्ट हैं।’’ उन्होंने महाराष्ट्र में पांच चरण में लोकसभा चुनाव कराए जाने पर हैरानी जताते हुए कहा, ‘‘ऐसा इसलिए है कि मोदी यहां जितना संभव हो, प्रचार कर सकें। सत्तासीन लोग चिंतित हैं।’’ पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बार-बार यह कह रहे हैं कि अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ सत्ता में आया तो वह धर्म के आधार पर आरक्षण लाएगा, जो केवल सामाजिक तनाव पैदा करने का एक प्रयास है।
पवार ने कहा, ‘‘हमने ऐसा कभी नहीं कहा। यह मोदी की बनाई बात है।’’ राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘‘महाराष्ट्र में एक ‘भटकती आत्मा’ है, अगर उसे सफलता नहीं मिलती तो वह दूसरों के अच्छे काम बर्बाद कर देती है। महाराष्ट्र इसका शिकार रहा है।’’
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