स्थानीय बनाम प्रवासी के दम पर नरेंद्र मोदी को घेरने की तैयारी में हैं अजय राय
वाराणासी। अगर ‘प्रवासी’ को बाहर का दरवाजा दिखाया जाता है तभी काशी की गंगा-जमुनी संस्कृति को बचाया जा सकता है। यह बातें नरेंद्र मोदी को चुनावी टक्कर देने वाल नेता और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कही। पिछले दो लोकसभा चुनाव पीएम के खिलाफ लड़ने वाले श्री राय ने 29 अप्रैल को सार्वजनिक बैठकों में दावा किया कि इस बार काशी के लोगों ने ‘प्रवासी’ को हटाने का मन बना लिया है।
श्री राय ने समाजवादी पार्टी (सपा) की महानगर इकाई की बैठक सहित वाराणसी में विभिन्न बैठकों और सार्वजनिक समारोहों में भाग लेते हुए दावा किया कि केवल एक ‘स्थानीय’ ही काशी की जरूरत और दर्द को समझ सकता है। बैठकों में काशी के हर नागरिक ने एकमत होकर कहा कि अगर काशी की गंगा-जमुनी संस्कृति को बचाना है तो ‘प्रवासी’ को बाहर का रास्ता दिखाना होगा। इस बार काशी के लोगों ने ‘प्रवासी’ को हटाने का मन बना लिया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख, जिन्होंने श्री मोदी के खिलाफ 2014 और 2019 का चुनाव लड़ा था, 2014 और 2019 में क्रमशः 75,614 और 1,52,548 वोट पाकर वाराणसी में तीसरे स्थान पर रहे। मार्च 2023 में, कांग्रेस नेता तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने प्रतीकात्मक रूप से अपना घर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को समर्पित किया।
पांच बार के पूर्व विधायक श्री राय ने अपने राजनीतिक करियर का शुरुआती हिस्सा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में बिताया, 1996, 2002 और 2007 में कोलासला विधानसभा क्षेत्र से भगवा पार्टी के प्रतीक पर तीन बार विधायक चुने गए। 2009 में अजय राय ने सपा के चुनाव चिह्न पर वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ा और 2012 के विधानसभा चुनाव से उन्होने कांग्रेस का दामन थाम लिया था।
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