जेल में भी प्रताड़ित किए जा रहे हैं छात्र, मिलने गया अधिवक्ता प्रतिनिधि मण्डल
वाराणसी। बी.एच.यू. से गिरफ्तार 13 छात्रों (10 लड़के और 3 लड़कियां) पर से फर्जी धाराओं को हटाने हेतु अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मण्डल आज पुलिस आयुक्त से एवं जेल में उनके साथ हो रहे दुव्यहार के लिए जेल अधीक्षक से मिला।
अधिवक्ता समूह का कहना है कि 25 दिसम्बर की शाम बीएचयू प्राकटोरियाल बोर्ड एवं लंका पुलिस की मिली भगत से 13 छात्रों पर मु०अ० सं० 523/24 थाना लंका में दर्ज कर फर्जी व गैरकानूनी तरीके से रिमाण्ड बनवाकर बनवाकर दिनांक 26/12/24 को जेल भेजवा दिया। इस प्रकरण को लेकर अधिवक्ताओं का एक प्रतिधिमण्डल आज दिनांक 28/12/24 को पुलिस आयुक्त के प्रतिनिधि से मिलकर, मुकदमा उपरोक्त में विद्यार्थियों के ऊपर लगाये गये फर्जी, गंभीर व अजमानतीय धाराओं को हटानेन विवेचना डी.सी.पी.स्तर के अधिकारी से कराने एवं दोषी पुलिस अधिकारियों तथा शामिल कर्मनचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
वहीं अधिवक्ताओं का एक और प्रतिनिधि मण्डल जेल जाकर विद्यार्थियों से मिला, फैक्ट फाइंडिंग के बाद प्रतिनिधि मण्डल ने जेल अधीक्षक को 10 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।
जिसमें – विद्यार्थियों से मुलाकात करने पर प्रति व्यक्ति दो सौ रुपये की मांग और पैसा न देने पर झाड़ू लगवाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही विद्यार्थियों को जेल मैनुअल के हिसाब से सुविधाएं, विद्यार्थियों को अलग बैरक में रखकर उचित माहौल व अध्ययन की सुविधाएं मुहैया कराने, चोटिल व बीमार विद्यार्थियों का मेडीकल कराकर उपचार कराने एवं अपराधियों जैसा व्यवहार न करने की मांग की है।
अधिवक्ता प्रतिनिधि मण्डल की मांग
पुलिस आयुक्त व जेल अधीक्षक से मिलने वाले अधिवक्ताओं के प्रतिनिधिमण्डल में प्रेमप्रकाश सिंह यादव, राजेश कुमार यादव, सुशील कुमार, कमलेश यादव,, रामदुलार प्रजापति, कमलेश यादव, सत्य प्रकाश, वीरबली सिंह यादव, अवधेश, अजीत सिंह यादव, श्रीदत्त, राकेश आदि अधिवक्ता शामिल थे।
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