वंचित समाज की आवाज और सहज जीवनशैली के पुरोधा थे जननायक कर्पूरी ठाकुर -सुजीत यादव लक्कड़

वाराणसी। आज समाजवादी पार्टी कार्यालय अर्दली बाजार में वंचित समाज की आवाज और सहज जीवनशैली के पुरोधा जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती मनाई गयी। इस अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी में समाजवादी आंदोलन में इनके योगदान की चर्चा की गई।
विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ ने कहा कि बिहार की सियासत में जब भी सहज जीवन शैली और सर्वहारा समाज के सियासत करने वाले मुख्यमंत्री की चर्चा होगी, उसमें कर्पूरी ठाकुर का नाम जरूर शामिल होगा। कर्पूरी ठाकुर सरल और सरस हृदय के राजनेता माने जाते थे। उनकी सेवा भावना के कारण ही उन्हें जननायक कहा जाता है, वह सदा गरीबों के हक़ के लिए लड़ते रहे। मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया।
विचार गोष्ठी का संचालन करते हुए जिला प्रवक्ता संतोष यादव बबलू एडवोकेट ने कहा कि समतामूलक सोच के धनी कर्पूरी ठाकुर वंचित समाज के आवाज थे। बिहार में सामंतवाद का खात्मा करने हेतु वंचित समाज को जागृत करने में उनका बहुत बड़ा योगदान था। कर्पूरी ठाकुर ने ही सबसे पहले बिहार में पिछड़े, अतिपिछड़े और महिलाओ के लिए नौकरियों में आरक्षण लागू किया था। उन्होंने गरीबी को देखा ही नहीं भोगा भी था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ एवं संचालन जिला प्रवक्ता संतोष यादव बबलू एडवोकेट ने किया।
विचार गोष्ठी में मुख्य रूप से सर्वश्री डॉ० उमाशंकर सिंह यादव, डॉ० संजय सोनकर, हीरालाल मौर्या, अखिलेश यादव, सत्यप्रकाश सोनकर सोनू, अवधेश कुमार, गोपाल पाण्डेय, दिनेश यादव, सुजीत पांडेय शमशेर, रामकुमार यादव, संजय पहलवान, दुर्गा यादव, मनोज गोलू, संजय यादव, सचिन प्रजापति, रवि यदुवंशी, आर पी सिंह, रामदुलार, सुरेश पासी, सुनील यादव एडवोकेट, धर्मवीर पटेल, सुशील विश्वकर्मा, रविनेश रोशन, जवाहर लाल, राजू कुमार, योगेंद्र प्रसाद, मनोज यादव, शशिकांत, रामजी व विनोद शुक्ला ने विचार व्यक्त किए।
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