उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को कहा बेअक्ल जनता पार्टी
कुछ दिनों पहले शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को अमित शाह ने नकली शिवसेना कहा था। अब इस पर उद्धव ठाकरे ने करारा जवाब देते हुये बीजेपी को बेअक्ल जनता पार्टी कहा है। इतना ही नहीं उन्होंने भाजपा के हिन्दुत्व को गौमूत्रधारी हिन्दुत्व और शिवसेना के हिन्दुत्व को सुधारवादी हिन्दुत्व बताया।
उन्होंने अमित शाह को जवाब देते हुये कहा कि शिवसेना को नकली कहनेवाले बेअक्ल जनता पार्टी के सरदार अमित शाह रत्नागिरी में आकर चुनौती देकर जाते हो। आपमें हिम्मत है तो जनता की समस्याओं पर बोलिए। दस सालों से सिर्फ अंडा सेते हुए बैठे हो। मुर्गी चोर को साथ ले लिए फिर भी अंडे से चूजा क्यों बाहर नहीं आया? उस पर बोलिए।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को कहा कि आपसे बेहतर तो असली मुर्गी है। कम से कम अंडे सेने के बाद चूजे तो बाहर आते हैं। दस सालों से आप केवल कुर्सी गरम कर रहे हो, लेकिन फिर भी उससे कुछ बाहर नहीं निकल रहा है। अब तो कुर्सी में भी छेद हो गया होगा। उद्धव ठाकरे ने खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि उन्हें शर्म नहीं आती।
रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में महाविकास आघाड़ी के शिवसेना प्रत्याशी विनायक राऊत के प्रचारार्थ कणकवली में कल सार्वजनिक सभा हुई। उस सभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने अमित शाह के राम मंदिर, स्वातंत्र्यवीर सावरकर, कांग्रेस के घोषणापत्र पर की गई टीका-टिप्पणी पर जमकर खबर ली।
अमित शाह ने कहा था कि उद्धव ठाकरे को बताना चाहिए कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किए यह अच्छा हुआ या बुरा। उन्हें जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण तो अच्छा हुआ, लेकिन भाजपा में हिम्मत नहीं थी इसलिए इसकी पहल शिवसेना ने की। बालासाहेब के बारे में बोलते हुए ध्यान रखें इस तरह की मोदी-शाह को हिदायत देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा बालासाहेब, बालासाहेब क्या है? वे क्या आपकी कक्षा में थे? हिंदूहृदयसम्राट बोलिए। हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे कहिए। हिंदूहृदयसम्राट बोलने में जीभ अटक रही होगी तो उसे सीधा कैसे करना है, यह कोकण ही नहीं बल्कि पूरे देश की जनता जानती है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनने से पहले अयोध्या गया था और मुख्यमंत्री बनने के बाद भी गया। हम आपके निकाले गए मुहूर्त से सहमत नहीं थे। श्रीराम जब हमें बुलाएंगे तब जाऊंगा। इस तरह साफ चेतावनी उद्धव ठाकरे ने दी। मैं तो अयोध्या गया हूं, आप अभी तक भवानीमाता के मंदिर क्यों नहीं गए?
इस तरह के सवालों से उत्साहित उपस्थित जनसमूह ने जिस तरह से ‘जय भवानी जय शिवाजी’ के नारों से परिसर को गुंजाया उससे यह समझा जा सकता है कि उद्धव ठाकरे एक बार फिर मराठी मानुष को अपने साथ जोड़ने में सफल होते दिख रहे हैं। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा भी कि इतनी जोर से नारे लगाइए की भाजपावालों की हालत पस्त हो जाये। इस बात पर भी भवानी माता का गगनभेदी जयघोष हुआ।
उन्होंने अमित शाह पर हमला करते हुये कहा कि मुझे मंदिर को लेकर चुनौती देते हो? २२ जनवरी को राम मंदिर केउद्घाटन के समय शंकराचार्य को साथ लेकर जाने के बजाय भ्रष्टाचारियों के साथ बैठ गए? उद्धव ठाकरे के लिए यह चुनाव महज लोकसभा का चुनाव नहीं बल्कि अपनी खोई हुई जमीन को भाजपा के जबड़े से वापस निकालने की भी है।
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