वाराणसी की आर्या यादव ने पाइथियन में जीता गोल्ड
वाराणसी। केंद्रीय विद्यालय संगठन 39 जीटीसी वाराणसी की नौवीं की छात्रा आर्या यादव ने चंडीगढ़ के पंचकूला में संपन्न हुए पाइथियन गेम्स 2024 में जो 12 से 15 दिसंबर तक चला में रोप्स कीपिंग में अंडर 17 में गोल्ड मेडल प्राप्त किया है।
पूरे पूर्वांचल से 9 बच्चों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था, जिसमें से एकमात्र आर्या यादव को गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ। आर्या यादव की इस उपलब्धि से उसके विद्यालय के अध्यापकों एवं कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई।
आर्य यादव वरिष्ठ पत्रकार सियाराम यादव की पोती और पत्रकार राहुल यादव की पुत्री हैं। आर्या यादव इससे पहले भी नेशनल और स्टेट लेवल की प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुकी है।
पाइथियन गेम्स 2024 जो की चंडीगढ़ में 12-15 दिसंबर तक चला जिसमें आर्या यादव ने रोप्स किपिंग में गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
गार्गी नेचुरोपैथी की डॉ अनीता ने आर्या को मिले गोल्ड मैडल पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि यदि लड़कियों को मौका मिलेगा तो वह जीतेंगी। आर्या की यह जीत वाराणसी की तमाम लड़कियों और उनके अभिभावकों को प्रोत्साहित करने का काम करेगी।
संकल्प ट्यूटोरियल्स के डायरेक्टर गोविन्द चौररिया ने आर्या द्वारा गोल्ड प्राप्त करने पर ख़ुशी जाहिर की. संकल्प में कोचिंग कर रही आर्या के बारे में गोविन्द चौरसिया ने कहा आर्या खेल के साथ – साथ पढ़ने में भी बहुत होनहार छात्रा है. कई विषयों में इसकी अच्छी पकड़ है. कोचिंग संस्थान की ओर से हम आर्या के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।
आपने ओलंपिक गेम्स, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स का नाम जरूर सुना होगा। इन सबके बीच एक पाइथियन गेम्स है जिसका नाम कम लोग जानते हैं। भारत में आजकल इस गेम्स की काफी चर्चा हो रही है।
दिल्ली में शुरू हुई यात्रा के बाद पाइथियन गेम्स चंडीगढ़ में पुनर्जीवित हुआ। 12 से 15 दिसंबर तक आयोजित होने वाले नेशनल पाइथियन गेम्स में देश के हजारों लोग शामिल हुए। पाइथियन गेम्स पहली बार 582 ईसा पूर्व के आसपास आयोजित किए गए थे। ये खेल प्राचीन ग्रीस में ओलंपिक खेलों के बाद सबसे महत्वपूर्ण खेलों में से एक थे। हालांकि, 394 ईसा पूर्व में इन खेलों को बंद कर दिया गया था।
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