झांसी मेडिकल कालेज में दस बच्चों के जिंदा जलने की घटना से प्रदेश सरकार पर उठे सवाल
उत्तर प्रदेश के झाँसी जिले के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु एसएनसीयू वार्ड में आग लगने से 10 बच्चों (नवजात) की मौत हो गयी। जिस वार्ड में आग लगी थी वहाँ पर 47 बच्चे थे। वार्ड से 31 बच्चों को निकाल लिया गया। शुक्रवार देर हुई इस घटना से प्रदेश की राजनीति भी गरमा गयी है । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधते हुए कहा है कि योगी आदित्यनाथ को चुनाव प्रचार को छोड़कर स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधाओं कि खराब स्थिति पर ध्यान देना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज कहा भाजपा सरकार को झांसी मेडिकल कॉलेज के नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में हुई त्रासदी में अपने बच्चों को खोने वाले सभी शोक संतप्त परिवारों को एक करोड़ रुपये की ‘संवेदना राशि’ देनी चाहिए और कहा कि “गोरखपुर की घटना दोहराई नहीं जानी चाहिए”।
श्री यादव ने एक्स पर अपनी पोस्ट में हिंदी में कहा। “आग का कारण ‘ऑक्सीजन कंसंट्रेटर’ में आग लगना बताया जा रहा है। यह सीधे तौर पर चिकित्सा प्रबंधन और प्रशासन की लापरवाही या घटिया गुणवत्ता वाले ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का मामला है। इस मामले में जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को चुनाव प्रचार और ‘सब कुछ ठीक है’ के झूठे दावों को छोड़कर स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधाओं की खराब स्थिति पर ध्यान देना चाहिए।
वहीं दूसरी ओर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने झाँसी की इस घटना पर गहर दुख जताया। X पर अपने संदेश में उन्होंने कहा झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए दर्दनाक हादसे में कई नवजात बच्चों की मृत्यु और घायल होने की ख़बर से बेहद दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक हो रही इस तरह की दुखद घटनाएं सरकार और प्रशासन की लापरवाही को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े करती हैं। सरकार सुनिश्चित करे कि घायल बच्चों का बेहतर से बेहतर इलाज हो। साथ ही इस दुखद घटना की तुरंत जांच कराई जाए और दोषियों के ख़िलाफ़ सख़्त कानूनी कार्रवाई हो।
जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) अविनाश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में शुक्रवार रात करीब 10.45 बजे आग लग गई, जो संभवतः बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण लगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा एक्स पर हिंदी में लिखे गए पोस्ट में मोदी के हवाले से कहा गया, “दिल दहला देने वाला! उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना दिल दहला देने वाली है। इस दुर्घटना में अपने मासूम बच्चों को खोने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें इस अपार क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
आग लगने से मरने वाले 10 नवजात शिशुओं का पोस्टमार्टम आज सुबह शुरू हुआ। शुक्रवार रात को दम तोड़ने से पहले सभी 10 बच्चे जल गए थे। इस बीच झांसी पहुंचे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मीडिया को बताया कि सरकार इस त्रासदी की गहन जांच सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने घोषणा की कि तीन स्तरों पर जांच की जाएगी – स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा, इसके अलावा मजिस्ट्रेट जांच भी की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एनएस सेंगर ने कहा प्रिंसिपल ने कहा कि वार्ड में लगे सभी अग्निशामक यंत्र चालू थे और आग बुझाने के लिए उनका इस्तेमाल किया गया।
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