वाराणसी में नितेश मौर्या की मौत को पुलिस क्यों बता रही है आत्महत्या जबकि …
नितेश मौर्या की मौत के बाद 15 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं पर अब तक इस मामले में प्रशासन की तरफ से कोई गंभीर कारवाई देखने को नहीं मिली है। परिवार जहां निटेश मौर्या की मौत को हत्या बता रहा है वहीं पुलसिया जांच इसे आत्महत्या बताने की पुरजोर कोशिश कर रही है।
परिवार की तरफ से कहा जा रहा है कि वर्तमान सरकार के मंत्री अनिल राजभर के इशारे पर इस मामले को दबाया जा रहा है। परिवार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर विपक्षी राजनीतिक पार्टियां भी नितेश मौर्या के परिवार के साथ खड़ी दिख रहीं हैं। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुजीत यादव (लक्कड़ पहलवान) , पूर्व सांसद चंदौली राम किशुन यादव, पूजा यादव, अवधेश चमार समेत सपा के सैकड़ों कार्यकर्त्ताओं ने परिवार के साथ जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर इस मामले की उचित जांच की मांग की।
मामले की जमीनी सच्चाई जानने के लिए न्याय तक की तरफ से एक फ़ैक्ट फाइंडिंग टीम घटना स्थल पर परिवार से मिली और पूरे मामले की वास्तविकता जानने का प्रयास किया।
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम प्रकाश यादव के नेतृत्व में घटना स्थल पर गई टीम में अधिवक्ता बीरबली सिंह यादव। सामाजिक कार्यकर्त्ता ललित नारायण मौर्या, जूबेर खां बागी, राम दयाल वर्मा तथा पत्रकार अजय कुमार शामिल रहे। टीम के निष्कर्षों को लेकर प्रेम प्रकाश यादव ने न्याय तक के संपादक कुमार विजय को मामले की सच्चाई बताने के साथ कई अहम पहलुओं पर भी अपनी बात रखी, जिसे वीडियो में देखा जा सकता है
दो दशक से पत्रकारिता, रंगमंच, साहित्य और सिनेमा से सम्बद्ध। न्याय तक के संपादक हैं।
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